भारत में संयुक्त राष्ट्र तंत्र में 26 संगठन हैं जिन्हें भारत में सेवा करने का सौभाग्य मिला है। स्थानीय समन्वयक (Resident Co-ordinator) सरकार के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के मनोनीत प्रतिनिधि हैं। वे समूचे संयुक्त राष्ट्र परिवार के समर्थन और मार्गदर्शन का लाभ लेते हुए संयुक्त राष्ट्र के कार्य क्षेत्र की हिमायत करने के लिए देश में संयुक्त राष्ट्र की टीम (यूएन कंट्री टीम) का नेतृत्व करते हैं।
एपीसीटीटी, एशिया-प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएन एस्केप) की क्षेत्रीय संस्था है जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए काम करती है। यह केन्द्र, टैक्नॉलॉजी सूचना, टैक्नॉलॉजी हस्तांतरण तथा नवाचार प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियों पर ध्यान देता है जो लघु एवं मझौले उद्यमों के लिए उपयोगी, सूचना प्रौद्योगिकी से संचालित, पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और जैंडर (लिंग) संवेदी हैं।
सबके लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करना, खाद्य एवं कृषि संगठन के प्रयासों का केन्द्र बिन्दु है। खाद्य एवं कृषि संगठन का कार्य पोषण का स्तर उठाना, कृषि उत्पादकता सुधारना, ग्रामीण जनसंख्या का जीवन बेहतर करना और विश्व अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान करना है।
(ग्रामीण गरीब लोगों को गरीबी से मुक्ति पाने की सामर्थ्य देना) आईएफएडी विकासशील देशों में ग्रामीण गरीबी उन्नमूलन के प्रति समर्पित है। उसका सारा ध्यान, देश विशेष की आवश्यकताओं के अनुरूप समाधानों पर है जिसमें वित्तीय सेवाओं, मंडियों, टैक्नॉलॉजी, जमीन और अन्य प्राकृतिक संसाधनों तक ग्रामीण गरीबों की पहुंच बढ़ाना शामिल हो सकता है।
आईएलओ की स्थापना 1919 में हर जगह सामाजिक न्याय एवं रहन-सहन की बेहतर परिस्थितियों के उद्देश्य से सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एकजुट करने के लिए की गई थी। शांति की बुनियाद के तौर पर आईएलओ का सामाजिक न्याय का कार्य क्षेत्र आजकल सबके लिए उत्कृष्ट कार्य का रूप ले चुका है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) 189 देशों का संगठन है जो दुनिया में मौद्रिक सहयोग बढ़ाने, वित्तीय स्थिरता लाने, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मदद करने, रोजगार बढ़ाने, सतत आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने तथा दुनिया भर में गरीबी कम करने के लिए काम करता है। 1945 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष का संचालन 189 देश करते हैं और यह उनके प्रति जवाबदेह है। इसका अर्थ यह है कि विश्व के लगभग सभी देश इसके सदस्य हैं।
आईओएम इस सिद्धांत के प्रति समर्पित है कि मानवीय और व्यवस्थित प्रवासन से प्रवासियों और समाज को लाभ होता है। संगठन अपनी गतिविधियों के जरिए अंतराष्ट्रीय प्रवासन कानून, नीतिगत बहस और मार्गदर्शन को प्रोत्साहन; प्रवासियों के अधिकारों को संरक्षण; प्रवासन को अधिक व्यवस्थित रखने और प्रवासन के लैंगिक आयाम को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास करता है।
यूएनएड्स एक अभिनव भागीदारी है जो एचआईवी का प्रसार रोकने और उसका रुख पलटने के लिए विश्व को प्रेरणा और नेतृत्व देती है। यह कार्यक्रम एचआईवी की रोकथाम, उपचार, देखभाल और सहारा देने वाली सेवाएं सर्व सुलभ कराने की दिशा में काम करता है।
भारत सरकार और युनेस्को ने मिलकर नई दिल्ली में एमजीआईईपी की स्थापना की और इसकी औपचारिक घोषणा नवम्बर 2012 में की गई। संस्थान की भूमिका सदस्य सरकारों को समर्थन देने और हिमायत करने, अनुसंधान कराने तथा क्षमता निर्माण बढ़ाने की है।
सशक्त जीवन, समर्थ राष्ट्र
यूएनडीपी लगभग 170 देशों और क्षेत्रों में कार्यरत है। यह गरीबी उन्मूलन और असमानता तथा बहिष्करण कम करने की दिशा में मदद कर रहा है। यूएनडीपी, नीतियां और नेतृत्व कौशल विकसित करने में भागीदारी करने, संस्थागत क्षमताएं बढ़ाने और सतत विकास परिणाम हासिल करने की सामर्थ्य देने में देशों की मदद करता है।
संरक्षा एवं सुरक्षा विभाग की जिम्मेदारी नेतृत्व एवं संचालन संबंधी समर्थन देने और सुरक्षा प्रबंधन तंत्रों की निगरानी करने की है ताकि संयुक्त राष्ट्र तंत्र के कार्यक्रम और गतिविधियां सबसे सुरक्षित और सबसे कुशल ढंग से चलाए जा सकें।
यूएनईपी विश्व में अग्रणी पर्यावरण प्राधिकरण है जो वैश्विक पर्यावरण एजेंडा तय करता है, संयुक्त राष्ट्र तंत्र के भीतर सतत् विकास के पर्यावरण संबंधी पहलू के सामंजस्यपूर्ण क्रियान्वयन को बढ़ावा देता है तथा वैश्विक पर्यावरण के लिए अधिकारपूर्ण ढंग से हिमायत करता है।
लाभदायक परिणामों के लिए संचालन उत्कृष्टता
संयुक्त राष्ट्र प्रोजैक्ट सेवाएं कार्यालय (यूएनओपीएस) संयुक्त राष्ट्र का संचालन अंग है जो दुनिया भर में उसके भागीदारों के शांति स्थापना, मानवीय और विकास संबंधी प्रोजैक्ट सफलता से लागू करने के लिए समर्थन देता है।
दक्षिण एवं दक्षिण पश्चिम एशिया कार्यालय
यूएनएस्केप एशिया-प्रशांत क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के लिए मुख्य आर्थिक एवं सामाजिक विकास केन्द्र है। यूएनएस्केप, वृहद आर्थिक नीति और विकास, सांख्यिकी, विकास, व्यापार तथा निवेश, परिवहन, पर्यावरण और सतत् विकास, सूचना एवं संचार टैक्नॉलॉजी, आपदा जोखिम में कमी एवं सामाजिक विकास के लिए उप-क्षेत्रीय गतिविधियों से संबद्ध कार्य करता है।
संयुक्त राष्ट्र की एक विशेषज्ञ एजेंसी के नाते यूनेस्को का मिशन शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, संचार और सूचना के क्षेत्र में अपने कार्य के माध्यम से शांति स्थापना, गरीबी उन्मूलन, सतत् विकास और अंत: सांस्कृतिक संवाद में योगदान करना है।
यूएनएफपीए के मुख्य लक्ष्यों में परिवार नियोजन सहित यौन तथा प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं सर्व सुलभ कराना, प्रजनन अधिकारों को प्रोत्साहन देना तथा मातृ मृत्य में कमी लाना शामिल है। यूएनएफपीए, युवाओं का जीवन बेहतर करने पर ध्यान देता है तथा महिलाओं और लड़कियों के मानव अधिकारों के संवर्धन से संबंधित सरोकारों का समाधान करता है।
यूएन-हैबीटॉट, मानव बस्तियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी है जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सबके लिए उपयुक्त आवास प्रदान करने के लक्ष्य के साथ सामाजिक और पर्यावरण की दृष्टि से संवहनीय कस्बों और शहरों के संवर्धन का कार्य सौंपा है।
इस एजेंसी का कार्य दुनिया भर में शरणार्थियों के संरक्षण और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई का नेतृत्व और समन्वय करना है। इसका मूल उद्देश्य शरणार्थियों के अधिकारों और कल्याण की सुरक्षा करना है। इसका एक कार्य राष्ट्रविहीन लोगों की मदद करना भी है।
भारत और भूटान के लिए संयुक्त राष्ट्र सूचना केन्द्र
यह केन्द्र संयुक्त राष्ट्र के बारे में नवीनतम सूचना के विश्वसनीय स्रोत के रूप में काम करता है, पत्रकारों, सरकारी अधिकारियों, प्रबुद्ध समाज के प्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं सहित विभिन्न व्यक्तियों को उनके देश में सूचना प्रदान करता है।
युनिसेफ बच्चों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने तथा उनकी प्रतिभा के पूर्ण विकास के अवसरों का दायरा बढ़ाने में मदद करता है और बाल अधिकारों के संरक्षण की हिमायत करता है। युनिसेफ सबसे वंचित बच्चों, चाहे वे युद्ध, आपदा, निपट गरीबी, हिंसा और शोषण के शिकार हों या विकलांग हों, उनके लिए विशेष संरक्षण प्रदान करने हेतु समर्पित है।
यूनिडो गरीबी में कमी, समावेशी वैश्वीकरण और पर्यावरण की संवहनीयता के लिए औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देता है। दक्षिण एशिया के लिए यूनिडो का क्षेत्रीय कार्यालय ज्ञान, सूचना, कौशल और टैक्नॉलॉजी जुटाने के लिए काम करता है जिससे स्पर्धात्मक उद्योग, उत्पादक रोजगार और स्वस्थ पर्यावरण को बढ़ावा दिया जा सके।
यूएनओडीसी का कार्य क्षेत्र, आतंकवाद के विरुद्ध सार्वभौम दस्तावेज, यूएन कन्वेंशन्स एंड प्रोटोकॉल्स तथा अपराध रोकथाम एवं दंडात्मक न्याय में यूएन मानकों और नियमों के तहत निर्धारित है। इन दस्तावेजों की मदद से यूएनओडीसी सदस्य देशों को अवैध मादक पदार्थों, अपराध और आतंकवाद से निपटने में मदद करता है।
यूएन वुमैन, भारत में लैंगिक समानता हासिल करने के लिए राष्ट्रीय मानक तय करने हेतु सरकार और प्रबुद्ध समाज के साथ निकटता से काम करता है। यह संगठन महिलाओं का सशक्तिकरण मजबूत करने, सभी प्रकार की हिंसा समाप्त कराने, राजनीति और निर्णय प्रक्रिया में महिलाओं के लिए अधिक भागीदारी को बढ़ावा देने तथा यह सुनिश्चित करने का काम करता है कि नीतियों और बजट में महिलाओं की आवश्यकताओं को शामिल किया जाए।
यूएन वालंटियर्स कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व दुनिया भर में यूएनडीपी कार्यालयों के माध्यम से होता है। यूएनवी शांति और विकास में योगदान करता है। यह इसके लिए वालंटियर्स को मान्यता देने की हिमायत करता है, वालंटियर होने की भावना को विकास संबंधी कार्यक्रमों में शामिल कराने तथा दुनिया भर में बढ़ती संख्या और विविधता में वालंटियर्स को जुटाने के लिए अपने भागीदारों के साथ काम करता है।
डब्ल्यूएफपी संयुक्त राष्ट्र तंत्र में खाद्य सहायता एजेंसी है। खाद्य सहायता असल में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में मददगार हो सकने वाले अनेक उपायों में से एक है। खाद्य सुरक्षा की परिभाषा यह है कि सभी लोगों को, हर समय सक्रिय और स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक भोजन सुलभ हो।
विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी मामलों में नेतृत्व प्रदान करने, स्वास्थ्य अनुसंधान एजेंडा तय करने, नियम और मानक निर्धारित करने, प्रमाण आधारित नीतिगत विकल्प सामने रखने, देशों को तकनीकी समर्थन प्रदान करने तथा स्वास्थ्य रुझानों के आकलन और निगरानी के लिए जिम्मेदार है।
विश्व बैंक एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्था है, जो पूंजीगत कार्यक्रमों के लिए विकासशील देशों को ऋण देती है। विश्व बैंक, असल में संयुक्त राष्ट्र तंत्र के अंतर्गत विश्व बैंक समूह का एक अंग है। इसमें दो संस्थाएं हैं- अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक (आईबीआरडी) और अंतर्राष्ट्रीय विकास एसोसिएशन (आईडीए)। विश्व बैंक का घोषित आधिकारिक लक्ष्य है गरीबी में कमी लाना।