संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष द्वारा
विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस
2 अप्रैल 2019
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनिओ गुटेरेश का संदेश
विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस पर हम ऑटिज़्म से प्रभावित लोगों के साथ होने वाले भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हैं, विश्वव्यापी समुदाय की विविधता का जश्न मनाते हैं और प्रभावित लोगों के पूर्ण समावेश एवं भागीदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हैं। 2030 के टिकाऊ विकास लक्ष्यों के अंतर्गत हमने वादा किया है कि विश्व में कोई नहीं पिछड़ेगा। इस वादे को निभाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि ऑटिज़्म से प्रभावित लोगों को सहयोग दिया जाए ताकि वे अपनी पूर्ण क्षमता का उपयोग कर सकें।
इस वर्ष हम वहन करने योग्य सहायक तकनीक के महत्व पर बल दे रहे हैं जिनकी मदद से ऑटिज़्म से प्रभावित लोग अपना जीवन स्वतंत्र रूप से व्ययीत कर सकते हैं और अपने मूलभूत मानवाधिकारों का उपयोग कर सकते हैं। विश्व स्तर पर इन तकनीकों को हासिल करना अब भी बहुत मुश्किल है क्योंकि उनकी लागत बहुत अधिक है, हर स्थान पर ऐसी तकनीक उपलब्ध नहीं है और उन तकनीकों की क्षमता के विषय में लोग जागरूक नहीं हैं।
पिछले वर्ष मैंने नई तकनीकों पर एक रणनीति का शुभारंभ किया था ताकि यह सुनिश्चित हो कि नई और उन्नत तकनीक संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर केंद्रित समझौते सहित अन्य सभी मानवाधिकार समझौतों में निहित मूल्यों के अनुरूप हों। आइए विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस के अवसर पर इन मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराएं- जिनमें समानता, समता और समावेश सम्मिलत है- और यह भी दोहराएं कि ऑटिज़्म से प्रभावित लोगों की पूर्ण भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। हम सुनिश्चित करें कि ऑटिज़्म से प्रभावित लोगों को सभी जरूरी तकनीकी उपाय प्राप्त हों ताकि वे अपने अधिकारों और मूलभूत स्वतंत्रता को हासिल कर सकें।