संयुक्त राष्ट्र सहासचिव एंटोनियो गुटेरेस का संदेश
संयुक्त राष्ट्र दिवस, पर जन्म हुआ हमारे संस्थापक चार्टर का-यह ऐतिहासिक दस्तावेज़ “वी द पीपुल्स”.की आशाएं, सपनों औऱ आकाँक्षाओं का प्रतीक है।
हर दिन संयुक्त राष्ट्र के महिला औऱ पुरुषकर्मी इस चार्टर को व्यावहारिक अर्थ देने के लिए कार्यरत् हैं।
तमाम चुनौतियों और बाधाओं के बावजूद हम कभी हार नहीं मानते।
निपट गरीबी कम हो रही है पर हम असमानता बढ़ते देख रहे हैं, पर हम हार नहीं मानते क्योंकि हम जानते हैं कि असमानता कम करके हम दुनियाभर में आशा, अवसर और शांति को बढ़ावा दे रहे हैं।
जलवायु परिवर्तन हमारी तुलना में तेज़ गति से बढ़ रहा है, पर हम हार नहीं मानते क्योंकि हम जानते हैं कि जलवायु कार्रवाई एकमात्र राह है।
मानव अधिकारों का इतने अधिक स्थानों पर उल्लंघन हो रहा है, पर हम हार नहीं मानते क्योंकि हम जानते हैं कि मानव अधिकारों और मानव की गरिमा का सम्मान शांति की बुनियादी शर्त है।
संघर्ष फैल रहे हैं- लोग कष्ट उठा रहे हैं। पर हम हार नहीं मानते क्योंकि हम जानते हैं कि प्रत्येक, नर, नारी और बच्चा शांति से जीने का हकदार है।
संयुक्त राष्ट्र दिवस पर, आइए हम अपने संकल्प दोहराएं।
टूटा विश्वास फिर जोड़ेंगे।
अपनी पृथ्वी के घाव भरेंगे।
किसी को पीछे नहीं छोड़ेंगे।
संयुक्त राष्ट्र के रूप में हर किसी की गरिमा का सम्मान करेंगे।