अंतर्राष्ट्रीय शांतिरक्षक दिवस पर महासचिव का संदेश
29 मई 2019
हम आज उन दस लाख से अधिक नर-नारियों का सम्मान कर रहे हैं जिन्होंने 1948 में हमारे पहले मिशन से लेकर अब तक संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक के रूप में काम किया है।
हम स्मरण कर रहे हैं 3,800 से अधिक उन शांतिकर्मियों का जिन्होंने प्राणोत्सर्ग कर दिए।
हम आज दुनिया भर में तैनात 100,000 असैन्य, पुलिस और सैन्य शांतिरक्षकों और इन बहादुर, निष्ठावान पुरुषों एवं महिलाओं को इस कार्य हेतु भेजने वाले देशों के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त करते हैं।
इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र 20 वर्ष पूरे कर रहा है जब सुरक्षा परिषद ने आम नागरिकों की रक्षा के लिए पहली बार शांतिररक्षण मिशन को स्वीकृति दी थी।
शांतिरक्षक प्रतिदिन नर, नारी औऱ बच्चों को संरक्षण देते हैं और अकसर स्वयं भारी खतरों का सामना करते हैं।
उसी भावना से इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर कैप्टन म्बाये दियाग्ने को पहली बार असाधारण साहस के लिए पदक से सम्मानित किया जा रहा है।
हम मलावी के प्राइवेट चान्सी चितेते को श्रद्धांजलि देते हैं जो कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में सेवारत थे और अपने साथी शांतिरक्षक की जान बचाने की कोशिश करते हुए शहीद हो गए।
संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण वैश्विक शांति एवं सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण निवेश है।
किंतु इसके लिए मज़बूत अंतर्राष्ट्रीय संकल्प आवश्यक है।
इसीलिए हमने “एक्शन फॉर पीसकीपिंग” पहल की है जिसका उद्देश्य हमारे मिशनों को अधिक सशक्त, सुरक्षित और भविष्य के लिए अधिक उपयुक्त बनाना है।
दुनियाभर में संघर्ष-ग्रस्त परिस्थितियों में फंसे लाखों लोगों के लिए शांतिरक्षण एक आवश्यकता है, आशा की किरण है। आइए हम सब मिलकर लोगों के संरक्षण और शांति को आगे बढ़ाने के लिए शांतिरक्षण को अधिक असरदार बनाएं।
धन्यवाद