10 अक्तूबर 2019
यूएनआईसी/प्रेस विज्ञप्ति/215-2019
संयुक्त राष्ट्र महासचिव का संदेश
अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस
17 अक्तूबर, 2019
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश का संदेश
निपट गरीबी का उन्मूलन सतत विकास लक्ष्य हासिल करने और सब के लिए टिकाऊ भविष्य का निर्माण करने के वैश्विक प्रयासों का केंद्र बिंदु है। किंतु किसी को पीछे न छूटने देने की दिशा में सफलता तब तक नहीं मिलेगी जब तक हम सबसे पहले उन लोगों तक नहीं पहुंचेंगे जो सबसे पीछे खड़े हैं।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस का मूल मंत्र है बच्चों और उनके परिवारों तथा समुदायों को गरीबी मिटाने के लिए सशक्त करने हेतु सामूहिक कार्यवाही । इस वर्ष हम संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते की तीसरी वर्षगांठ मना रहे हैं।
वयस्कों की तुलना में बच्चों के लिए निपट गरीबी में जीने की आशंका दोगुनी से भी अधिक होती है। गरीबी अनेक बच्चों को जीवन भर वंचना के भंवर में फंसा देती है और यह वंचना पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है।
आज बच्चे भी जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव का सामना करते रहेंगे, यदि हम ने उनकी रक्षा के लिए ऊंचे लक्ष्य तय नहीं किए।
संघर्ष क्षेत्रों से लेकर साइबरस्पेस तक, ज़बरन मजदूरी से लेकर यौन शोषण तक लड़कियों के लिए विशेष रूप से खतरा है किंतु वे परिवर्तन लाने वाली शक्ति भी हैं। हर लड़की जो अतिरिक्त वर्ष स्कूल में पढ़ती है, उससे उसकी औसत आमदनी आजीवन बढ़ती जाती है, कम उम्र में शादी की आशंका कम होती जाती है और उसके बच्चों के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा के लाभ स्पष्ट दिखाई देते हैं जो गरीबी का दुष्चक्र भेजने मैं प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
बच्चों में गरीबी मिटाने का एक प्रमुख उपाय परिवार की गरीबी दूर करना है क्योंकि वहीं से बाल गरीबी अक्सर उत्पन्न होती है। उत्तम सामाजिक सेवाओं की सुलभता प्राथमिकता होनी चाहिए किंतु आज लगभग दो-तिहाई बच्चों को सामाजिक संरक्षण कवच उपलब्ध नहीं है। परिवारोन्मुखी नीतियां अपरिहार्य हैं जिनमें काम की लचीली व्यवस्थाएं, माता पिता के लिए अवकाश और बच्चों की देखभाल के लिए सुविधाएं शामिल हैं।
इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर आइए, सतत विकास लक्ष्य 1 हासिल करने और ऐसे निषपक्ष वैश्विकरण का संकल्प दोहराएं जिसमें सभी बच्चों, उनके परिवारों और समुदायों की भलाई हो।